Ek Parivar Ek Sarkari Naukri: सरकारी योजना या झूठी खबर?

भारत में सरकारी नौकरी लाखों युवाओं का सपना होती है। यह स्थिरता, अच्छा वेतन और सामाजिक सम्मान देती है। हाल के वर्षों में Ek Parivar Ek Sarkari Naukri नाम की एक योजना सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगी है। इसका अर्थ है – हर परिवार को एक सरकारी नौकरी मिलना। यह सुनने में जितना अच्छा लगता है, क्या यह उतना ही सच भी है? इस बारे में अधिक जानकारी और तथ्य जानने के लिए आप sarkariujala पर देख सकते हैं।

इसी समय पर कुछ असली जॉब नोटिफिकेशन जैसे nfl accounts assistant admit card भी ऑनलाइन आते रहते हैं, जिससे लोगों को भ्रम हो जाता है कि कौन सी जानकारी सही है और कौन सी झूठी। चलिए जानते हैं इस वायरल योजना की असली हकीकत।

Ek Parivar Ek Sarkari Naukri योजना की शुरुआत कहां से हुई?

2019 के आसपास सोशल मीडिया पर यह नाम पहली बार वायरल हुआ। व्हाट्सएप, यूट्यूब और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर यह दावा किया गया कि भारत सरकार ने एक ऐसी योजना शुरू की है जिसमें हर परिवार को एक सरकारी नौकरी दी जाएगी।

लेकिन जब इस खबर की सच्चाई की जांच की गई, तो सामने आया कि भारत सरकार ने ऐसा कोई राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम शुरू नहीं किया है। भारत सरकार की PIB Fact Check टीम ने खुद इस योजना को फर्जी करार दिया है।

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राज्य स्तरीय प्रयास: कुछ हकीकत, कुछ भ्रम

भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर Ek Parivar Ek Sarkari Naukri योजना की कोई पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन कुछ राज्यों ने इस विचार के आधार पर अपने स्तर पर योजनाएं शुरू की थीं। आइए जानें किन राज्यों में यह योजना वास्तविक रूप में देखी गई और किन मामलों में यह सिर्फ भ्रम बनकर रह गई।

सिक्किम: हकीकत में लागू की गई योजना

सिक्किम वह पहला राज्य था जिसने 2019 में Ek Parivar Ek Sarkari Naukri योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य था कि हर उस परिवार को एक सरकारी नौकरी दी जाए, जिनके परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है।

यह योजना सीमित दायरे में लागू की गई थी और इसके तहत केवल सिक्किम के स्थायी निवासियों को लाभ मिलता था। इसमें स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी गई और उन्हें विभिन्न विभागों में अस्थायी नौकरी दी गई।

हरियाणा: आंशिक रूप से अपनाया गया मॉडल

हरियाणा सरकार ने “एक परिवार एक नौकरी” जैसे विचार को कुछ हद तक अपनाया। हालांकि इसमें सीधी सरकारी नौकरी देने की कोई गारंटी नहीं थी, फिर भी राज्य ने रोजगार मेलों और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को रोजगार देने की कोशिश की।

यह योजना पूरी तरह से Ek Parivar Ek Sarkari Naukri जैसी नहीं थी, लेकिन बेरोजगारों को अवसर देने के लिहाज से एक सकारात्मक कदम जरूर था।

असम और अन्य राज्य: अपुष्ट दावे और अफवाहें

कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया कि असम जैसे राज्यों में भी यह योजना लागू की जा रही है। हालांकि इन दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

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सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों में अक्सर असम या पूर्वोत्तर राज्यों का जिक्र किया जाता है, लेकिन वास्तविकता में किसी भी राज्य सरकार की वेबसाइट या सरकारी बयान में इसका प्रमाण नहीं मिलता।

आधिकारिक पुष्टि: केंद्र सरकार की कोई योजना नहीं

केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों और मंत्रालयों ने साफ तौर पर कहा है कि Ek Parivar Ek Sarkari Naukri नाम की कोई योजना राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद नहीं है।

PIB Fact Check ने इस दावे से जुड़े कई फर्जी वीडियो और पोस्ट का खंडन किया है।

स्रोतयोजना की स्थितिपुष्टि करने वाला
केंद्र सरकारयोजना नहीं हैPIB Fact Check
सिक्किम सरकारयोजना मौजूद थीराज्य पोर्टल
हरियाणा सरकारआंशिक रूप से मौजूदरोजगार विभाग
अन्य राज्य (जैसे असम)पुष्टि नहीं हुईमीडिया रिपोर्ट्स

इस तालिका से साफ है कि कोई अखिल भारतीय योजना अभी तक मौजूद नहीं है।

यह योजना इतनी लोकप्रिय क्यों हो गई?

Ek Parivar Ek Sarkari Naukri योजना के पीछे लोगों की चाहत बहुत मजबूत थी। कोरोना महामारी के बाद जब बेरोजगारी बढ़ी, तब सरकारी नौकरी जैसी सुरक्षित विकल्प की मांग और भी बढ़ गई।

सोशल मीडिया पर यह नाम बहुत आसानी से फैल गया और बिना जांचे लोग इसे शेयर करने लगे। कुछ यूट्यूब चैनल और वेबसाइटों ने इसके नाम पर लाखों व्यूज़ और कमाई की।

इसी भ्रम के कारण, कई बार असली जानकारी जैसे amd security guard admit card 2022 जैसी महत्वपूर्ण सूचनाएँ छूट जाती हैं। ऐसे में सही और गलत पहचानना बेहद जरूरी हो जाता है।

युवाओं पर इसका प्रभाव

लाखों युवाओं ने इस योजना को सच मान लिया और फर्जी वेबसाइट्स पर आवेदन भरने लगे। कई लोगों ने तो फॉर्म भरने के नाम पर पैसे तक गंवा दिए। इसका असर न सिर्फ उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ा, बल्कि कीमती समय भी बर्बाद हुआ।

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इस तरह की झूठी खबरें इंटरनेट पर इतना ट्रेंड करती हैं कि गूगल सर्च पर भी यह टॉप में आने लगती हैं, जिससे लोगों को यह और ज्यादा भरोसेमंद लगने लगती हैं।

क्या कोई वैकल्पिक सरकारी योजनाएं हैं?

हालांकि Ek Parivar Ek Sarkari Naukri जैसी कोई राष्ट्रीय योजना नहीं है, फिर भी भारत सरकार कुछ वैकल्पिक योजनाएं चलाती है जिनसे रोजगार के अवसर मिलते हैं।

योजना का नामलक्षित समूहसंचालन करने वाला विभाग
मनरेगाग्रामीण परिवारग्रामीण विकास मंत्रालय
पीएम कौशल विकास योजनास्किल डेवलपमेंटकौशल विकास मंत्रालय
नेशनल अप्रेंटिसशिप योजनानए स्नातकशिक्षा मंत्रालय
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण योजनाग्रामीण युवाग्रामीण विकास मंत्रालय

ये योजनाएं नौकरी की गारंटी नहीं देतीं, लेकिन रोजगार पाने के लिए जरूरी स्किल और ट्रेनिंग जरूर देती हैं।

फर्जी योजनाओं से कैसे बचें?

अगर आप नौकरी की तलाश में हैं, तो नीचे दिए गए उपाय अपनाएं:

हमेशा सरकारी वेबसाइट (जैसे ssc.nic.in, upsc.gov.in) से ही जानकारी लें।
व्हाट्सएप और यूट्यूब पर फैलने वाली किसी भी योजना को PIB Fact Check से जरूर जांचें।
कभी भी अनजान वेबसाइट पर पैसे देकर आवेदन न करें।

आगे क्या हो सकता है?

Ek Parivar Ek Sarkari Naukri जैसी योजना का विचार अच्छा है। इससे गरीब और कमजोर वर्गों को सहारा मिल सकता है। लेकिन भारत जैसे विशाल देश में इसे लागू करना बहुत मुश्किल है।

सरकार इस समय ज्यादा जोर स्किल डेवलपमेंट, डिजिटल रोजगार और स्वरोजगार पर दे रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग खुद रोजगार पा सकें।

निष्कर्ष

Ek Parivar Ek Sarkari Naukri नाम की कोई भी योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू नहीं की गई है। यह एक सोशल मीडिया अफवाह है जो बेरोजगार युवाओं को भ्रमित करती है।

सिर्फ सिक्किम और हरियाणा जैसे कुछ राज्यों में इसे आंशिक रूप से लागू किया गया था, लेकिन वह भी सीमित समय और क्षेत्र तक ही रहा।

आपसे निवेदन है कि भविष्य में जब भी कोई वायरल पोस्ट इस योजना के बारे में दावा करे, तो पहले उसे सरकारी स्रोत से जांचें।

अगर आप सही और वास्तविक नौकरी के अवसर चाहते हैं, तो nfl accounts assistant admit card और amd security guard admit card 2022 जैसी आधिकारिक अधिसूचनाओं पर ध्यान दें।

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